रांची: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखते हुए झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने उन वैज्ञानिकों को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने की मांग की है, जिन्होंने कोरोना संक्रमण के खिलाफ कम समय में स्वदेशी वैक्सीन विकसित करने का कारनामा किया. गुप्ता ने अपने पत्र में इन वैज्ञानिकों को देशभक्त, उत्कृष्ट सेवा करने वाले असाधारण व्यक्तित्व कहकर पीएम मोदी से मांग की है कि आगामी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर इन्हें भारत रत्न से नवाज़ा जाए. इस पत्र और अपने प्रस्ताव के बारे में गुप्ता ने सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किए.

गुप्ता ने अपने पत्र में लिखा है कि भारत सरकार अगर इन वैज्ञानिकों को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाज़ेगी, तो बेशक युवा वैज्ञानिकों को प्रेरणा और नया उत्साह मिलेगा. गुप्ता ने कोविड 19 महामारी की भयावहता का ज़िक्र करते हुए यह भी लिखा कि स्वदेशी वैक्सीन के विकसित होने और फिर चरणबद्ध ढंग से चले टीकाकरण के कारण देशवासी कैसे कुछ हद तक राहत पा सके. पत्र के अंत में गुप्ता ने भारत के एक राज्य के मंत्री की हैसियत से अपनी मांग और प्रस्ताव रखा.
डॉक्टर्स डे पर डॉक्टरों के नाम संदेश
बन्ना गुप्ता ने वैज्ञानिकों के लिए भारत रत्न की मांग वाला पत्र बुधवार को लिखा, लेकिन 1 जुलाई को डॉक्टर्स डे के मौके पर उन्होंने एक पत्र डॉक्टरों के नाम भी लिखा. इस पत्र में उन्होंने डॉक्टरों के प्रति आभार जताते हुए कुछ खास बातें इस तरह लिखीं…..
बकौल गुप्ता, ‘मौत से डरे बिना, डॉक्टरों ने जिस तरह परिवार से दूर होकर अपने सामाजिक दायित्वों का निर्वाह किया, उस जज़्बे को सलाम. आप सभी की मेहनत, कर्मठता और सहयोग से ही झारखंड ने न सिर्फ कोरोना के खिलाफ जंग लड़ी, बल्कि 98 प्रतिशत रिकवरी की उपलब्धि भी पाई… झारखंड सरकार डॉक्टरों के चेहरे पर मुस्कान लाने, उनके सम्मान और सुरक्षा के लिए हर संभव कोशिश करेगी.’