Joharlive Team
रांची। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि क्रिसमस के पूर्व आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो की हेमन्त सरकार से एक ईसाई समुदाय से विधायक को मंत्री बनाने की मांग पूरे तरीके से चर्च के छिपे एजेंडे को एक्सपोज़ करता है।प्रतुल ने कहा कि भाजपा यह शुरू से कहती आई है कि झारखंड में चर्च के कुछ पदाधिकारी राजनीतिक हस्तक्षेप करते हैं जबकि उनके जिम्मेवारी सिर्फ संविधान के दायरे के भीतर अपने धर्म का प्रचार-प्रसार करना और सामाजिक कार्य करना है। लेकिन हेमन्त सरकार के गठन को आर्चबिशप कभी क्रिसमस गिफ्ट बताते हैं तो 1 वर्ष के बाद अब ईसाई समुदाय से एक मंत्री को शामिल करने की मांग करते हैं।
प्रतुल ने कहा कि भाजपा यह शुरू से कहती है कि चुनाव के समय भी कुछ धर्मगुरुओं के द्वारा खूंटी, सिमडेगा, रांची ,गुमला, लातेहार और संथाल परगना के क्षेत्रों में राजनीतिक दलों के लिए फतवा जारी किया जाता रहा है। समाज सेवा की आड़ में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण का कार्य होता है।अब तो आर्चबिशप ने खुलकर अपने धार्मिक कार्यक्षेत्र से आगे बढ़कर राजनीतिक मुद्दों को उठाना शुरू कर दिया जो कि निंदनीय है।