Ranchi : झारखंड के ग्रामीण इलाकों में निवेश का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले 28 कंपनियों के खिलाफ CID ने जांच शुरू कर दी है। CID मुख्यालय ने हजारीबाग, लातेहार और पलामू को छोड़ बाकी जिलों के एसपी से इन कंपनियों से जुड़े मामलों की जानकारी मांगी है। CID ने 2013 से अब तक दर्ज सभी धोखाधड़ी के मामलों की रिपोर्ट तलब की है, जिसकी समीक्षा मुख्यालय स्तर से की जाएगी।
इस पूरे मामले को लेकर झारखंड हाईकोर्ट में स्वप्न कुमार सरकार व अन्य बनाम यूनियन ऑफ इंडिया के तहत एक जनहित याचिका (PIL) दायर की गई है। इसमें सोवर्ना कॉमटेड समेत 28 कंपनियों के खिलाफ कुल 16 रिट याचिकाएं दायर की गई हैं। आरोप है कि इन कंपनियों ने ग्रामीण इलाकों की गरीब जनता को निवेश का लालच देकर ठगी की है।
इन 28 कंपनियों पर है ठगी का आरोप:
- सोवर्ना कॉमटेड
- सुराहा माइक्रो फाइनेंस
- सन प्लांट एग्रो ग्रुप
- प्रयाग इंफोटेक हाइराइज लिमिटेड
- साई प्रसाद प्रॉपर्टी लिमिटेड
- फेडरल एग्रो कॉमर्शियल लिमिटेड
- गुलशन इंडिया निर्माण लिमिटेड
- तिरुबालाजी राइजिंग रियल स्टेट
- एलकेमिस्ट इंफ्रा रियालिटी
- धानोलटी डेवलपर्स
- कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज
- संकल्प ग्रुप ऑफ कंपनीज
- वेयर्ड इंफ्रास्ट्रक्चर कॉर्पोरेशन
- रूपहर्ष मार्केटिंग लिमिटेड
- सनसाइन ग्लोबल एग्रो लिमिटेड
- रामल इंडस्ट्रीज
- इनॉमर्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड
- एक्सेला इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट
- गीतांजलि उद्योग लिमिटेड
- एमपीए एग्रो एनिमल प्रोजेक्ट
- युगांतर रियलिटी
- एटीएम ग्रुप ऑफ कंपनी
- केयर विजन म्युचुअल बेनीफिट लिमिटेड
- मातृभूमि मार्केटिंग लिमिटेड
- रोजवैली होटल लिमिटेड
- वर्द्धमान वेलफेयर सोसाइटी
- अपना परिवार एग्रो फार्मिंग डेवलपर लिमिटेड
- वारिस ग्रुप ऑफ कंपनी
CID इन सभी कंपनियों के खिलाफ शिकायतों की गहराई से जांच कर रही है। जांच के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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