Araria : बिहार के एक थानेदार पर संगीन आरोप लगाये हैं. यह मामला अररिया जिले के पलासी थाना क्षेत्र के रामनगर पंचायत का है. जहां दर्जनों ग्रामीणों ने पलासी थानेदार मिथिलेश कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने थानेदार पर हिटलरशाही रवैया अपनाने, प्रतिष्ठित लोगों को झूठे मामलों में फंसाकर मोटी रकम वसूलने और बिचौलियों के माध्यम से अवैध वसूली करने जैसे गंभीर आरोप लगाये हैं. इन सभी आरोपों के आधार पर एसपी अंजनी कुमार को हस्ताक्षरित आवेदन भी सौंपा गया हैं.
झूठे मुकदमों के जरिए उगाही का आरोप
आवेदन में बताया गया है कि थानेदार मिथिलेश कुमार द्वारा एक सोची-समझी रणनीति के तहत बिचौलियों के माध्यम से दर्जनों प्रतिष्ठित लोगों की सूची तैयार कर उनसे झूठे मुकदमों के नाम पर लाखों रुपये की उगाही की जा रही है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सनगोड़ा, वार्ड संख्या 9 में दो पक्षों के बीच हुए विवाद के दौरान निष्पक्षता बरतने के बजाय थानेदार ने बिचौलियों के कहने पर सरपंच प्रतिनिधि और उनके तीन बेटों को झूठे केस में फंसा दिया.
महिला के माध्यम से फर्जी मामला दर्ज करने का आरोप
ग्रामीणों ने अपने आवेदन में एक महिला की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं. जिसमें कहा गया है कि महिला का पति बाहर राज्य में मजदूरी करता है. जबकि वह थाना में अन्य पुरुषों के साथ बार-बार आती जाती है और झूठे केस दर्ज कराने का एक “धंधा” करती है. आवेदन में यह भी उल्लेख किया गया है कि थानेदार ने पहले पक्ष की बातों को दरकिनार कर दूसरे पक्ष के झूठे आवेदन पर ही प्राथमिकी दर्ज की. आरोप यह भी है कि सरपंच लगातार तीन टर्म से निर्वाचित होते आ रहे हैं और उनके एक बेटा सरकारी टीचर हैं. ऐसे में उनके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कर उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने और उनसे मोटी रकम वसूलने की कोशिश की गई.
एसपी ने जांच का दिया आश्वासन
ग्रामीणों ने थानेदार मिथिलेश कुमार के साथ-साथ अनुसंधानकर्ता एसआई रत्नेश कुमार की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं और एसपी से निष्पक्ष जांच की मांग की है. एसपी अंजनी कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए वरीय पुलिस पदाधिकारी से जांच कराए जाने का भरोसा दिया है.
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