Ranchi : छत्तीसगढ़ की आर्थिक अपराध शाखा (ACB) ने झारखंड में कथित शराब घोटाले के मामले में IAS अधिकारी विनय कुमार चौबे और उत्पाद विभाग के अधिकारी गजेंद्र सिंह के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए अनुमति मांगी है. छत्तीसगढ़ ACB ने झारखंड सरकार से इस मामले में कानूनी कार्रवाई की मंजूरी के लिए आवेदन किया है.
यह मामला उस समय सामने आया था जब रायपुर की आर्थिक अपराध शाखा ने शराब घोटाले को लेकर मामला दर्ज किया था. आरोपों में झारखंड के तत्कालीन उत्पाद सचिव और वर्तमान पंचायती राज सचिव विनय चौबे सहित छत्तीसगढ़ के अधिकारियों को आरोपी बनाया गया था. इन आरोपों के अनुसार, इन अधिकारियों ने मिलकर शराब घोटाले को अंजाम दिया, जिससे सरकार को अरबों रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ.
विकास सिंह नामक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद प्राथमिकी दर्ज की गई. विकास सिंह का कहना था कि छत्तीसगढ़ के अधिकारियों ने मिलकर झारखंड के अधिकारियों के साथ साठगांठ की थी. जिससे झारखंड की आबकारी नीति में बदलाव लाकर सरकार को नुकसान पहुंचाया गया. इसके अलावा, दोनों राज्यों के अधिकारियों ने मैन पावर सप्लाई में भी घोटाला किया.
इस मामले में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने नवंबर 2024 में पीड़क कार्रवाई पर रोक लगा दी थी. इसके बावजूद, अब छत्तीसगढ़ ACB ने जांच आगे बढ़ाते हुए मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी है. इससे पहले, अप्रैल 2023 में आईएएस विनय चौबे और के सत्यार्थी ने ईडी के रायपुर कार्यालय में अपना बयान दर्ज कराया था. जांच एजेंसी ने अपनी जांच में पाया कि 2019 से 2022 तक सरकारी शराब दुकानों से अवैध शराब बेची गई थी, जिसके कारण राज्य सरकार को करोड़ों का राजस्व नुकसान हुआ. अब, छत्तीसगढ़ ACB द्वारा इस मामले में सख्त कार्रवाई की संभावना है, और यदि आरोप सही पाए गए तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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