Ranchi : राजधानी रांची के नामकुम पुलिस की मदद से खूंटी पुलिस ने एक चर्चित मामले का खुलासा काफी मशक्कत के बाद किया है. यह मामला खूंटी जिला के मारंगदाहा थाना से संबंधित है. यहां पर एक व्यक्ति का सिर धड़ से अलग लावारिश अवस्था में बॉडी सड़क किनारे से पुलिस ने बरामद किया था. जांच उपरांत खूंटी पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं, दूसरी ओर उक्त व्यक्ति का सिर रांची के नामकुम इलाके से बरामद भी कर लिया है. लावारिश बॉडी की शिनाख्त राजस्थान के व्यवसायी 27 वर्षीय पुखराज के तौर पर हुई है. मृतक व्यवसायी झारखंड से डोडा की खरीद फरोख्त का काम करता था. इसका खुलासा खूंटी पुलिस द्वारा गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने किया है. खूंटी पुलिस ने राजस्थान पुलिस को इससे संबंधित सूचना दे दी है. ताकि, व्यवसायी के परिजन खूंटी पुलिस से संपर्क कर सकें और बॉडी को अपने कब्जे में ले सकें.
हत्या के बाद अपराधियों ने सिर गाड़ दिया था खेत में
खूंटी पुलिस के अनुसार नामकुम थाना क्षेत्र के सुकरीडीह में राजस्थान के व्यवसायी पुखराज की हत्या करने के बाद अपराधियों ने उसका सिर काटकर वहीं एक अरहर के खेत में दफना दिया था और मृतक के धड़ को खूंटी के मारंगहादा थाना क्षेत्र में फेंक दिया था. अपराधी ने पुलिस से साक्ष्य छिपाने ने लिए यह प्लान तैयार किया. पुलिस इस चर्चित हत्याकांड के मास्टरमाइंड की तलाश में जुटी हुई है. फिलहाल मास्टरमाइंड पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. जल्द उसे भी गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
राजस्थान का व्यवसायी 40 क्विंटल डोडा खरीदने आया था रांची
पुलिस अधिकारियों के अनुसार राजस्थान का पुखराज 27 फरवरी को 40 क्विंटल डोडा खरीदने रांची आया था. इस दौरान उसका संपर्क राज नामक व्यक्ति से हुआ. इसके बाद राज व्यवसायी को नामकुम ले गया और दो व्यक्तियों से उसकी मुलाकात कराई. व्यवसायी पुखराज के पास उस समय 27 लाख रुपये थे. लेकिन उस समय डोडा उपलब्ध नहीं था. नामकुम के दोनों लोगों ने सोचा कि हाथ में आए पैसे को वापस क्यों जाने दें. इसके बाद तीनों ने मिलकर योजना बनाई और हथौड़े से सिर पर वार कर व्यवसायी पुखराज की हत्या कर दी. इसके बाद सिर को पास के अरहर के खेत में गाड़ कर छिपा दिया. इसके बाद तीनों ने मिलकर व्यवसायी के धड़ को खूंटी के मारंगहादा थाना क्षेत्र के जानुमडीह मोड़ के पास फेंक दिया.
क्या है मामला
खूंटी पुलिस ने 28 फरवरी की सुबह उसका सिर कटा शव बरामद किया था. शव मिलने के बाद एसपी अमन कुमार ने डीएसपी वरुण कुमार रजक के नेतृत्व में एसआईटी गठित कर मामले को सुलझाने और अपराधियों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था. ब्लाइंड केस का खुलासा करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी लेकिन तकनीकी और मुखबिरों की मदद से पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा करने में सफलता हासिल की है.
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