Prayagraj : CM योगी ने महाकुंभ मेला क्षेत्र की सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर बड़ा कदम उठाया है. CM ने महाकुंभ मेला क्षेत्र को “नो-व्हीकल जोन” घोषित कर दिया है, जिससे मेला क्षेत्र में किसी भी प्रकार के वाहनों की एंट्री पर रोक लगाई गई है. इसके साथ ही, VVIP पास भी रद्द कर दिए गए हैं, ताकि किसी भी तरह की असुविधा और भीड़भाड़ से बचा जा सके.
4 फरवरी तक शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा. CM ने प्रशासन से यह निर्देश भी जारी किए हैं कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुगम आवागमन सुनिश्चित करने के लिए इन नियमों का कड़ाई से पालन किया जाए.
मुख्य बदलावों की घोषणा :
- मेला क्षेत्र पूरी तरह से नो-व्हीकल जोन : सभी प्रकार के वाहनों की एंट्री पर प्रतिबंध.
- VVIP पास रद्द : किसी भी विशेष पास के जरिए वाहन को प्रवेश नहीं मिलेगा.
- रास्ते बनाए गए वन-वे : श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन के लिए एक तरफा मार्ग व्यवस्था लागू.
- वाहनों की एंट्री पर रोक : प्रयागराज से सटे जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर रोका जा रहा है.
- 4 फरवरी तक सख्त प्रतिबंध : शहर में चार पहिया वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक.
CM ने 2019 में कुंभ मेले के दौरान प्रयागराज के संभागीय आयुक्त के रूप में कार्य करने वाले आशीष गोयल और एडीए के पूर्व उपाध्यक्ष भानु गोस्वामी को मेला क्षेत्र की व्यवस्थाओं को और मजबूत करने के लिए तैनात करने का आदेश दिया है. इसके अलावा, मेला क्षेत्र की गहन समीक्षा करने के लिए मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से भी निर्देश दिए गए हैं.
महाकुंभ मेला व्यवस्थाओं में सुधार :
बुधवार को तड़के मची भगदड़ के बाद CM ने कई जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और अन्य अफसरों के साथ देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की. उन्होंने मेला क्षेत्र में सतर्कता और सावधानी बढ़ाने पर जोर दिया. साथ ही, अयोध्या, वाराणसी, मिर्जापुर, चित्रकूट के अधिकारियों से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और क्राउड मैनेजमेंट के बारे में अपडेट भी मांगा.
CM ने कहा कि प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु हैं, जो स्नान के बाद लौटने की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए परिवहन निगम की अतिरिक्त बसें चलाने का निर्देश दिया गया है. मेला क्षेत्र में भीड़ को देखते हुए होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं, जहां श्रद्धालुओं के लिए भोजन और पानी की व्यवस्था की जाएगी.
सड़क सुरक्षा और गश्त :
CM ने प्रमुख मार्गों पर गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए हैं, ताकि यातायात सुचारू रहे और अनावश्यक ठहराव से बचा जा सके. इसके अलावा, अयोध्या-प्रयागराज, कानपुर-प्रयागराज, वाराणसी-प्रयागराज जैसे प्रमुख मार्गों पर गश्त बढ़ाई जाएगी.
आगामी अमृत स्नान के लिए तैयारी :
CM ने कहा कि अगला अमृत स्नान 3 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन है. लाखों श्रद्धालु दर्शन और पूजा के लिए वाराणसी, अयोध्या, चित्रकूट और मिर्जापुर भी जाएंगे, इसलिए इन शहरों में भी सतर्कता बढ़ानी होगी.
प्रशासन का कहना है कि “नो-व्हीकल जोन” जैसे कदम मेला क्षेत्र में भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है. श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी अव्यवस्था से बचने में मदद करें.
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