Patna : जन सुराज के संस्थापक और सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत किशोर पिछले 12 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. उनकी मुख्य मांग है कि BPSC द्वारा आयोजित 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द किया जाए. प्रशांत किशोर का आरोप है कि परीक्षा में पारदर्शिता और न्याय का अभाव है, जिससे छात्र समुदाय में आक्रोश फैला हुआ है.
सोमवार को बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करते हुए अनशन को खत्म कराने की पहल की. राज्यपाल ने प्रशांत किशोर से अपील की कि वह छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल राजभवन भेजें, ताकि इस मामले का समाधान निकाला जा सके. राज्यपाल ने विश्वास दिलाया कि उनकी समस्याओं को गंभीरता से लिया जाएगा और समाधान के लिए सार्थक प्रयास किए जाएंगे.
प्रशांत किशोर का आमरण अनशन बिहार में एक बड़ा राजनीतिक और सामाजिक मुद्दा बन चुका है, जिससे राज्य सरकार और BPSC के खिलाफ छात्रों में विरोध की लहर देखी जा रही है. प्रशांत किशोर का यह कदम छात्रों के अधिकारों के लिए उनकी लड़ाई के प्रतीक के रूप में उभरा है.
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