Muzaffarpur : मुजफ्फरपुर से छपरा जाने वाली यात्रा अब और भी ज्यादा आसान होगी, क्योंकि रेवाघाट पर नए पुल के निर्माण की प्रक्रिया एनएचएआई द्वारा शुरू कर दी गई है. यह कदम मौजूदा पुल की चौड़ाई कम होने के कारण वहां होने वाली जाम की समस्या को हल करने के लिए उठाया गया है.
वर्तमान में रेवाघाट पर स्थित पुल में जाम की स्थिति बन जाती है. इसे ध्यान में रखते हुए एनएचएआई ने इसे फोरलेन में बदलने का प्रस्ताव किया है. बता दें कि यह पुल 2001 में पथ निर्माण विभाग द्वारा बनाया गया था, लेकिन 2019 में इस एनएच का निर्माण होने के बाद भी पुल का निर्माण नहीं किया गया था. अब जाकर एनएचएआई ने पुल निर्माण के लिए जरूरी कदम उठाए हैं और DPR (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) और बजट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
एनएचएआई द्वारा छपरा के परियोजना निदेशक ने इस पुल निर्माण के लिए सरैया प्रखंड के तीन गांवों का खतियान मांगा है. इसके तहत सरैया प्रखंड के बसतपुर, सहिलापट्टी और अजोधपुर (इब्राहिमपुर) गांव के खतियान की मांग की गई है. इसके अलावा, सारण जिले के परसा के छह गांवों का खतियान भी संबंधित अधिकारियों से मांगा गया है.
मुजफ्फरपुर से शिवहर तक 44 किलोमीटर लंबी सड़क को फोरलेन बनाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. पथ निर्माण विभाग को इस परियोजना की जिम्मेदारी सौंपी गई है और सर्वे का काम जारी है. सड़क चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता होने के कारण इसका आकलन किया जा रहा है. पथ निर्माण विभाग एक और दो को 10-10 किलोमीटर सड़क बनाने की जिम्मेदारी दी जाएगी, जबकि शिवहर जिले के पथ निर्माण विभाग को शेष सड़क निर्माण का कार्य सौंपा जा सकता है.
इस नए पुल और फोरलेन सड़क निर्माण से क्षेत्र के यात्रियों को राहत मिलेगी और जाम की समस्या भी समाप्त हो सकेगी.
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